*/ */*/
Menu
blogid : 7694 postid : 768923

दोहे/* प्रदीप कुमार सिंह कुशवाहा //

*/
kushwaha
kushwaha
  • 162 Posts
  • 3241 Comments

दोहे/* प्रदीप कुमार सिंह कुशवाहा //

*/

—————————————–

ये मात्र दोहे हैं. चिकित्सा सलाह नहीं .

——————————————

मानस चरचा हो रही सुनो लगा कर ध्यान

भव सागर तरिहो सभी इसको पक्का जान

——————————————-

मटर पराठा खा गये  बैठे जितने लोग

लौकी सेवन नित करें भागें सगरे रोग

————————————–

लौकी रस इक्कीस  दिन प्रातः पी लें लोग

रोग दोष  फटके नही जीवन सुख सब भोग

——————————————-

रोज करेला तोड़ कर  उबाल रस पी जाय

जिगर गुर्दा रखे  सही  मुख  पर कान्ति लाय

—————————————–

पानी दूषित हो चला करता मानव खेल

उबला पानी नित पियो जिगर न होगा फेल

———————————————

प्रदीप कुमार सिंह कुशवाहा

२७-७-२०१४

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply